पहली मोहब्बत की पहली बारिश सौम्या के लिए वो दिन खास था, जब पहली बार उसने महसूस किया कि दिल की धड़कनें किसी के लिए तेज़ हो सकती हैं। कॉलेज का पहला साल था और नई दुनिया में कदम रखते ही उसकी मुलाकात आरव से हुई थी। आरव अपने शांत स्वभाव और गहरी आँखों के कारण सबसे अलग दिखता था। सौम्या को पहली बार उससे तब बात करने का मौका मिला, जब लाइब्रेरी में उसकी किताबें ज़मीन पर गिर गईं और आरव ने झुककर उन्हें उठा दिया। उनकी उंगलियाँ हल्के से टकराईं, और उसी पल सौम्या के दिल में कुछ अजीब सा एहसास हुआ। धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती गहरी होने लगी। लंच ब्रेक में साथ बैठना, नोट्स शेयर करना और कॉलेज के बाद साथ में कैफे जाना उनकी आदत बन चुकी थी। सौम्या को एहसास होने लगा कि वो आरव के बिना अपने दिन की कल्पना भी नहीं कर सकती थी। लेकिन उसे डर था कि कहीं उसकी भावनाएँ एकतरफा न हों। एक दिन अचानक बारिश शुरू हो गई। दोनों कॉलेज की कैंटीन में खड़े थे। बारिश की बूंदें सौम्या के चेहरे पर गिर रही थीं, और वो बादलों की ओर देखकर हल्के से मुस्कुरा रही थी। तभी आरव ने धीरे से उसका हाथ पकड़ा और कहा, "तुम्हें बारिश पसंद है?...