❤️ प्यार में धोखा
अंजना एक छोटे शहर की मासूम और सरल लड़की थी, जो अपने माता-पिता के साथ रहती थी। वह पढ़ाई में होशियार थी और अपने भविष्य के सपनों को साकार करने के लिए मेहनत कर रही थी। कॉलेज में उसकी मुलाकात सोमेश से हुई, जो शहर के ही एक प्रतिष्ठित परिवार से था। सोमेश का व्यक्तित्व आकर्षक था, और उसकी बातें किसी को भी मोहित कर सकती थीं।
धीरे-धीरे, अंजना और सोमेश के बीच दोस्ती गहरी होती गई। सोमेश ने अंजना के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कीं, और अंजना भी उसके प्रति आकर्षित होने लगी। दोनों का प्यार दिन-ब-दिन बढ़ता गया, और वे एक-दूसरे के साथ भविष्य के सपने देखने लगे।
एक दिन, सोमेश ने अंजना को अपने दोस्त के खाली घर में मिलने के लिए बुलाया। अंजना, जो सोमेश पर पूरी तरह विश्वास करती थी, बिना किसी संकोच के वहाँ पहुंची। वहाँ, सोमेश ने अंजना से शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा जताई। अंजना पहले तो हिचकिचाई, लेकिन सोमेश के प्यार और वादों पर विश्वास करके उसने उसकी बात मान ली।
कुछ समय बाद, अंजना ने महसूस किया कि सोमेश का व्यवहार बदलने लगा है। वह उससे दूरी बनाने लगा, फोन कॉल्स और मैसेज का जवाब नहीं देता था। अंजना चिंतित हो गई और उसने सोमेश से मिलने की कोशिश की, लेकिन वह हमेशा कोई न कोई बहाना बनाकर टाल देता था।
एक दिन, अंजना ने सोमेश को बाजार में किसी और लड़की के साथ देखा। वह स्तब्ध रह गई और उसे समझ नहीं आया कि क्या करे। अंजना ने हिम्मत जुटाकर सोमेश से सामना किया और उससे सच्चाई जाननी चाही। सोमेश ने ठंडे स्वर में कहा, "अंजना, तुम बहुत अच्छी लड़की हो, लेकिन मैं तुमसे अब कोई रिश्ता नहीं रखना चाहता। हमारा साथ यहीं तक था।"
अंजना का दिल टूट गया। वह समझ नहीं पा रही थी कि जिस व्यक्ति पर उसने इतना विश्वास किया, उसने उसे इस तरह धोखा कैसे दे दिया। वह अवसाद में चली गई और खुद को दुनिया से अलग-थलग कर लिया।
समय के साथ, अंजना ने खुद को संभालने की कोशिश की। उसने अपने परिवार और दोस्तों का सहारा लिया और धीरे-धीरे अपनी जिंदगी को नए सिरे से शुरू किया। उसने सीखा कि प्यार में विश्वास महत्वपूर्ण है, लेकिन आँखें बंद करके नहीं। अंजना ने अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया और अपने करियर में सफलता हासिल की।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि प्यार में विश्वास करना अच्छा है, लेकिन हमें अपनी समझ और सतर्कता को नहीं खोना चाहिए। किसी पर भी पूरी तरह विश्वास करने से पहले उसकी नीयत और इरादों को समझना आवश्यक है, ताकि हम भविष्य में किसी धोखे का शिकार न हों।
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