प्रेम कहानी: "सपनों की रेखा" रेखा एक छोटे से गाँव की होनहार और महत्वाकांक्षी लड़की थी। उसकी आँखों में बड़े सपने थे और दिल में उन्हें पूरा करने की जिद। अपने गाँव की सीमाओं से परे जाकर कुछ बड़ा करने की चाह ने उसे शहर की ओर खींचा। शहर की चकाचौंध और भीड़भाड़ में रेखा ने खुद को अकेला महसूस किया, लेकिन उसकी मेहनत और लगन ने उसे जल्द ही एक प्रतिष्ठित कॉलेज में दाखिला दिलाया। वहीं उसकी मुलाकात आरव से हुई, जो अपने शांत स्वभाव और मददगार प्रकृति के लिए जाना जाता था। रेखा और आरव की दोस्ती धीरे-धीरे गहरी होती गई। कॉलेज के प्रोजेक्ट्स से लेकर लाइब्रेरी में बिताए गए समय तक, दोनों ने एक-दूसरे के साथ कई खूबसूरत पल साझा किए। रेखा की आत्मनिर्भरता और आरव की समझदारी ने उनके रिश्ते को और मजबूत किया। एक दिन, कॉलेज के वार्षिक समारोह में, आरव ने रेखा के लिए एक कविता लिखी और मंच पर उसे पढ़ा। पूरे सभागार के सामने, उसने अपने दिल की बात कही। रेखा की आँखों में आँसू थे, लेकिन वो खुशी के थे। उसने मंच पर जाकर आरव को गले लगा लिया, और पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा। समय के साथ, रेखा और आरव ने अपने-अपने करिय...